सबको न्याय देगा कांग्रेस का न्याय-पत्र

@ राजीव कुमार ओझा

गुजरात माडल न्यू इंडिया मे अवतरित लोकतंत्र की हत्यारी सुपारी किलर मीडिया ने राहुल गांधी के चरित्र हनन का जो ठेका ले रखा है उसकी एक्सपायरी डेट अब सन्निकट है। राहुल गांधी, गांधी परिवार और कांग्रेस के चरित्र हनन के लिए सुपारी किलर मीडिया ने देश को यह बताया कि राहुल गांधी ‘पप्पू’ है, राहुल गांधी अपरिपक्व नेता हैं, राहुल गांधी के लिए राजनीति एक पर्यटन है, राहुल गांधी पार्ट टाईम राजनेता हैं, राहुल गांधी और कांग्रेस के पास इस देश के लिए कोई विजन नहीं है। लोकतंत्र की हत्यारी सुपारी किलर मीडिया के कुप्रचार का मुकम्मल जबाब कांग्रेस ने अपने न्याय-पत्र में दिया है। न्याय-पत्र बताता है कि उसके पास देश के हर तबके के लिए विजन है, देश के लोकतंत्र और संविधान के राज की वापसी  का विजन भी है।

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से इस भांड़ मीडिया को बेनकाब करने मे कोई कोताही नहीं की। देश, देशवासियों की समस्या को समझने के लिए पांव पैदल पूरे देश को नाप डाला, समाज के हर वर्ग से संवाद किया, आम आदमी की समस्या को समझा और यह बता दिया कि वह न तो पप्पू थे, न हैं…। आज सही मायने मे आम आदमी किसी को अपना जननायक मानता है तब वह राहुल गांधी है। राहुल गांधी की संघर्ष यात्रा से यह आम धारणा बनी है कि अकेले राहुल गांधी ही ऐसे राजनेता हैं जो सड़क से संसद तक तानाशाह बन बैठे गुजरात माडल न्यू इंडिया के जनक नरेन्द्र मोदी और मोदी के राजदार अमित शाह के जन विरोधी,देश विरोधी कारनामों के खिलाफ लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पार्ट टू मे जुड़े भारत जोड़ो न्याय यात्रा की झलक 2024 लोकसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस के न्याय-पत्र (घोषणा पत्र) में देखी जा सकती है जिसने सुपारी किलर मीडिया के उस कुप्रचार के गुब्बारे की हवा निकाल दी है जो राहुल गांधी और कांग्रेस के पास देश और देशवासियों के लिए कोई विजन न होने की बकवासी हवा भर कर सियासी क्षितिज पर उड़ाए जा रही थी। कांग्रेस ने न्याय-पत्र जारी करने के लिए दलित समुदाय के नेता बाबू जगजीवन राम की जयंती का दिन 05 अप्रैल  तय कर दलित समाज को एक संदेश देने का काम भी किया है।

कांग्रेस ने अपने न्याय-पत्र में किसान, जवान, आधी आबादी, छात्रों, कामगारों के लिए ठोस गारंटी दी है। न्याय-पत्र में कांग्रेस ने जो गारंटी दी गई है, यदि वह सफलतापूर्वक आम आदमी तक पहुंचा दे, तो नफरत की गुजराती सियासत का अंत तय है। कांग्रेस के न्याय-पत्र में समाज के हर वर्ग के हितों का ध्यान रखा गया है। इस देश में तकरीबन 60 प्रतिशत युवा मतदाता हैं। जिनके भविष्य के साथ मोदी सरकार खेलती रही है। कांग्रेस के न्याय-पत्र में युवा भारत के लिए जो गारंटी दी गई है, उसमें अग्निवीर योजना को बंद कर रेगुलर भर्ती शुरू करने, पेपर लीक की रोकथाम की गारंटी, ठेके पर भर्ती पर रोक की गारंटी, छात्रों को इंटर्नशिप के लिए एक लाख रुपए की सहायता शामिल है।

आधी आबादी के लिए कांग्रेस न्याय-पत्र में नौकरी में 50 प्रतिशत आरक्षण, महिलाओं को शोषण से बचाने, उनको कानूनी सहायता, मार्गदर्शन के लिए महिला न्याय मित्र की नियुक्ति, गरीब महिलाओं को एक लाख रुपए प्रतिवर्ष देने की गारंटी दी गई है। कामगारों के लिए बीमा योजना, स्वास्थ्य योजना, मनरेगा मजदूरों के लिए न्यूनतम दैनिक मजदूरी 400 करने, शहरी क्षेत्र में भी मनरेगा योजना लागू करने की गारंटी दी गई है। देश के अन्न दाता किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार एमएसपी की गारंटी, फसल की नुकसानी का मुआवजा तीस दिन की तय समय सीमा में करने की गारंटी कांग्रेस के न्याय-पत्र में दी गई है। कांग्रेस न्याय-पत्र में मणिपुर की आधी आबादी के साथ हुई दरिंदगी की जांच और पीड़ितों को मुआवजा भुगतान की गारंटी दी गई है।

कांग्रेस ने अपने न्याय-पत्र में महत्वपूर्ण संवैधानिक गारंटी भी दी है। न्याय-पत्र में संसद की कार्य संस्कृति के लिए भी महत्वपूर्ण गारंटी दी गई है। साल में न्यूनतम 200 दिन संसद के संचालन, लोकसभा अध्यक्ष की निष्पक्ष भूमिका सुनिश्चित करने के लिए वह जिस दल से जुड़े हों उससे संबंध विच्छेद करने की अनिवार्यता की गारंटी दी गई है। मोदी-शाह की गुजराती जोड़ी की कुटिल सियासत ने कांग्रेस के सारे बैंक खाते फ्रीज कर कर कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु कर दिया है। संसाधन और जमीनी कार्यकर्ताओं के अभाव से जूझती कांग्रेस यदि आम आदमी तक अपना न्याय-पत्र पहुंचा सकी, तो यह न्याय-पत्र मोदी-छाप गुजराती सियासत का डेथ वारंट सिद्ध होगा।

(लेखक पूर्वांचल के जाने-माने पत्रकार एवं लेखक हैं। विचार व्यक्तिगत हैं)

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