अब टमाटर, पत्ता गोभी व मिर्च उगाइए पूरे साल
पहले बारिश के दिनों में टमाटर और पत्ता गोभी की खेती नहीं होती थी। सब्जियों का बीज बेचने वाली कई कंपनियों ने इन फसलों की ऐसी प्रजातियां विकसित की हैं जिन्हें पूरे साल कभी उगाया जा सकता है। खास यह कि बारिश के मौसम में अब टमाटर की खेती भी की जा सकती है, जिसमें मुजैक का रोग नहीं लगता। इसी तरह अब मिर्च की खेती भी पूरे साल की जा सकती है।
पूरे साल उगाए जाने वाले टमाटर की नई प्रजाति विकसित की नुनहेम्स सीड्स और नामधारी कंपनी ने। नुनहेम्स की देव प्रजाति का हाईब्रिड टमाटर किसी भी सीजन में रोपा जा सकता है। पूर्वांचल के किसानों को यह प्रजाति काफा भाने लगी है। देव की खासियत यह है कि इसकी साइज 100 ग्राम से बड़ी नहीं होती। इसे लंबी दूर तक ले जाया जा सकता है। उत्पादन काफी अधिक होने के कारण किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। टमाटर की दूसरी प्रजातियों की अपेक्षा यह महंगा बिकता है। जुलाई से जनवरी के बीच इसे रोपा जाए तो अच्छा मुनाफा हासिल किया जा सकता है। नामधारी कंपनी का कृष्णा प्रजाति के टमाटर की खेती भी पूरे साल की जा सकती है। नुनहेम्स सीड्स का टमाटर 5005 को जून सेलेकर अक्टूबर तक रोपा जा सकता है। पूर्वांचल के इसे हाथो हाथ लिया है। देसी टमाटर की तरह खटास होने के कारण राबर्ट्सगंज इलाके में यह काफी लोकप्रिय है।
पत्ता गोभी की नई प्रजाति ह्यएम्पूब्ड बहारह्ण को पूरे साल रोपा जा सकता है। इसे 0024 के नाम से भी जाना जाता है। इसका हेड गोल होता है और 40 से 45 दिन तक खेत में ठहर सकता है। नामधारी सीड्स की पत्ता गोभी एनएस 43 और नुनहेम्स के एस 92 व ग्रीनवाल को बारिश में भी उगाया जा सकता है। इसी कंपनी की मिर्च सोल्जर और इंद्रा को पूरे साल रोपा जा सकता है। जुलाई से लेकर मई तक इसकी पैदावार हासिल की जा सकती है। बारिश की फूलगोभी श्वेतांगी भी 55 दिन में तैयार हो जाती है। नामधारी सीड्स का मिर्च 1101 पूरे साल चलती है। यूनिक आन सीड्स की दिव्या ज्योति मिर्च को कभी भी रोपकर पैदावार ली जा सकती है। टमाटर, पत्ता गोभी और मिर्च की नई प्रजातियों के प्रति पूर्वांचल के किसान तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।
विपरीत मौसम में सब्जियां उगाना लाभकारी: उद्यान विभाग के उप निदेशक अनिल सिंह के मुताबिक विपरीत मौसम में सब्जियों उगाना बेहद लाभकारी है। इन सब्जियों के खाने से कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि किसानों को इससे अधिक मुनाफा मिलता है। विपरीत मौसम में सब्जियां उगाना बेहद लाभकारी है। बनारस के भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (आईआईवीआर) ने टमाटर की पांच प्रजातियां सेलेक्शन-7, डीबीआरटी-1, डीबीआरटी-2, एच-24 और एच 86 विकसित की हैं। इन्हें जून के द्वितीय सप्ताह में नर्सरी डालकर बरसात के दिनों में पैदावार की जा सकती है। सोनभद्र में आईआईवीआर के टमाटर काफी लोकप्रिय हैं। सोनभद्र के टमाटर नेपाल तक जाता है। पूरे साल होने वाली पत्ता गोभी और मिर्च की खेती के लिए पूर्वांचल के किसानों को आगे आना चाहिए।