संडे हो या मंडे, रोज खाएं हर्वल अंडे

संडे हो या मंडे, रोज खाएं हर्वल अंडे

अब पैदा करें हर्बल अंडे?

विजय विनीत

जी हां, अब अंडा भी आॅर्गेनिक मिलेगा और एक नहीं छह तरह के विकल्प में। सभी की अपनी खासियत है। कोई दिखने में अलग है तो कोई गुणों से। डिजीज फ्री और गंध फ्री है सभी के सभी। आॅर्गेनिक अंडा मशीन नहीं, मुर्गियां ही तैयार करेंगी। कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करना इसकी खूबी है। इन्हीं अंडों से बनाया जाएगा एग ड्रिंक। पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. मोहनलाल कंसल ने आर्गेनिक अंडा तैयार किया है। भारत सरकार एनएवीएल लैब ने भी इन्हें प्रमाणित किया है।

15 सालों से पानीपत में पोल्ट्री फार्म चला रहे डॉ.कंसल को आर्गेनिक अंडे का फामूर्ला तैयार करने में पांच साल लगे। वह किसान मेलों में हर्बल अंडों का प्रदर्शन कर चुके हैं। साथ ही इसकी तकनीक से किसानों को रूबरू करा चुके हैं। हर्बल अंडों की बनारस में बिक्री शुरू हो गई है।

ये हैं आर्गेनिक अंडे

 हर्बल आॅर्गेनिक एग :एंटीबायोटिक्स, पेस्टिसाइड, एफ्लेक्टोसिन फ्री है। इस पकाने पर गंध आती है।

होवा ओमेगा थ्री एग : फैच्युरेटेड फैट है। यह फैट शरीर में जमती नहीं है। एग ड्रिंक्स बना सकते हैं।

डॉ. कंसल हर्बल आॅडरलेस एग : इसे पकाने पर किसी तरह की गंध नहीं आती। रसोई में आमलेट बनाने पर भी गंध का पता नहीं लगता।

फ्रेश एंड डिलीशियस ओमेगा थ्री एग : खाने में स्वादिष्ट है। प्रोटीन और विटामिन प्रचूर मात्रा में हैं।

ब्रून एग : यह देखने में देसी मुर्गी के अंडे जैसा सुनहरी होता है। आमलेट बनाया जा सकता है।

हेल्दी एग : यह डार्क ब्राउन रंग का है। यह भी डीजिज फ्री है।

हर्बल अंडे को बनाने के लिए मुर्गियों को आयुर्वेदिक खुराक दी गई। हर्बल अंडे का फंडा यह है कि इसमें कतई भी बदबू नहीं आती।

पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. मोहनलाल एक नए तरह के हर्बल अंडे को पेटेंट कराया है। यह अंडा साधारण नहीं, मॉडीफाइड है। दावा है कि इसमें कोलेस्ट्रॉल और थायरॉइड की समस्या कम करने की क्षमता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। जूलॉजी विभाग के रिटायर प्रोफेसर डॉ. एसके तनेजा ने मुर्गियों की फीड में बदलाव करके छह साल की रिसर्च के बाद यह मॉडीफाइड अंडा तैयार किया है। हालांकि, आम अंडे की तुलना में इसके दाम जरूर दो गुना ज्यादा हैं। पर कुछ पाने के लिए कुछ खोना तो पड़ता ही है। तो बस जेब ढीली कीजिए और आनंद लीजिए नए हर्बल अंडों का।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *