गीत-गवनई यादें सुरों और शब्दों के संगम से सजी शाम, जहां गुरुओं की परंपरा और साधना ने बांधा श्रोताओं का मन Vijay Vineet 0
LIVE बनारस कविता/गजल गीत-गवनई संवेदना, सृजन और संकल्प का संगम बना “मेरा शहर” का समावेशी कार्यक्रम Vijay Vineet 0