जगापट्टी: बनारस का एक आदर्श गांव, जहां विकास और सामुदायिक सेवा के नए मानक स्थापित हो रहे…!
विशेष संवाददाता
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के सेवापुरी ब्लॉक का ग्राम पंचायत जगापट्टी एक ऐसा गांव है, जो आदर्श विकास का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। इस गांव में न केवल शहर जैसी सुविधाएं हैं, बल्कि सामुदायिक सेवा और विकास के प्रति समर्पित ग्राम प्रधान श्री घनश्याम सिंह यादव के प्रयासों ने इसे राज्यभर में पहचान दिलाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसे मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने के लिए दी गई प्रोत्साहन राशि और पुरस्कार इसे और भी महत्वपूर्ण बना देते हैं।
आदर्श लाइब्रेरी: ज्ञान का केंद्र
गांव के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम यहां स्थापित की गई आदर्श लाइब्रेरी है। इस लाइब्रेरी का उद्देश्य गांव के युवाओं और छात्रों को पढ़ाई और ज्ञान के प्रति प्रेरित करना है। इसमें स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर की किताबें उपलब्ध हैं, जिनसे छात्र अपनी शिक्षा को और मजबूत कर सकते हैं। यह लाइब्रेरी गांव के विकास में शिक्षा का प्रमुख केंद्र बन चुकी है, जहां हर उम्र के लोग नियमित रूप से आते हैं।
अंतरराष्ट्रीय सराहना
गांव की प्रगति का प्रमाण तब मिला जब डेनमार्क के राजदूत फैब्रिक स्योरिनसेन ने यहां का दौरा किया और ग्राम प्रधान श्री घनश्याम सिंह यादव को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सराहा। राजदूत ने इस गांव को भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अनुकरणीय माना।
सामुदायिक सेवा और ग्रामीण विकास
ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह यादव की सामुदायिक सेवा भावना ने उन्हें गांव का सबसे सम्मानित व्यक्ति बना दिया है। वह न केवल ग्रामीणों की समस्याओं को हल करने में सक्रिय रहते हैं, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते। अगर किसी गरीब परिवार का सदस्य का निधन हो जाता है, तो वह अपने खर्च पर अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था करते हैं।
भविष्य की ओर
सड़कों, स्ट्रीट लाइट, स्वच्छ पेयजल और आदर्श लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं से सुसज्जित जगापट्टी गांव एक आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में आगे बढ़ रहा है। श्री घनश्याम सिंह यादव की दूरदर्शिता और नेतृत्व क्षमता ने इस गांव को विकास की राह पर अग्रसर किया है, और भविष्य में यह गांव अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
जगापट्टी निश्चित रूप से एक आदर्श मॉडल गांव है, जहां शिक्षा, विकास और सामुदायिक सेवा के बीच सामंजस्य स्थापित कर एक नई पहचान बनाई जा रही है।