पीएम के लौटते ही लुट गया नगर निगम
अफसर मिटा रहे थकान, अब तक नहीं गिन सके गायब गमले
लग गई लाखों की चपत
मोदी और मैक्रों के स्वागत को खरीदे गये थे 10 हजार गमले
बनारस से अतिथियों के विदा होते ही गमला लूटने को मच गई होड़
गिलट बाजार, कचहरी, नदेसर, तेलियाबाग से लगायत बेनिया तक सजे थी बगिया
अस्सी घाट से डीरेका तक रंग-बिरंगे फूलों से सजाई गई थी सड़क
पीएम नरेंद्र मोदी के संग काशी दौरे पर सोमवार को आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के लौटते ही बनारस नगर निगम लुट गया। शहर में डिवाइडरों पर सजाए गए ज्यादातर गमलों को अराजकतत्वों ने लूट लिया। अतिथियों के स्वागत के लिए निगम के अफसरों ने रातों-रात दस हजार गमले खरीदे थे। फूल समेत गमलों की कीमत पांच लाख से भी ज्यादा थी। हैरत यह है कि नगर निगम के अफसर अभी आराम कर रहे हैं। अब तक लूटे गए गमलों की गिनती नहीं हो पाई है।
बनारस में मेहमाननवाजी के लिए पहली बार खासा इंतजाम किया गया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के अभूतपूर्व स्वागत के लिए डीरेका से लेकर अस्सी घाट और नदेसर, तेलियाबाग, लहुराबीर, नई सड़क, गोदौलिया से लगायत दशाश्वमेध घाट तक रातों-रात डिवाइडरों पर बगिया उगा दी गई थी। इन इलाकों में फूलों से लकदक करीब दस हजार गमले सजाए गए थे। फूल समेत गमलों का इंतजाम करने में नगर निगम प्रशासन को पसीना छूट गया था। बनारस के मंडुआडीह इलाके की अधिसंख्य नर्सरियों से हर तरह के फूल आनन-फानन में खरीदे गए थे। शहर के जिन इलाकों में छुट्टा पशुओं का जमघट लगा रहता था वहां रविवार की रात में ऐसी बगिया उगा दी गई थी, जिसे देखकर हर कोई अवाक रह गया था।
नगर निगम के अफसर रविवार की रात ट्रकों में फूल समेत गमले भर कर लाए और डिवाइडरों को सजा दिया। चमचमाते गमलों में लकदक फूलों को देख अवांछनीय तत्व ललचाने लगे थे। इन्हें मोदी और मैक्रों के लौटने भर का इंतजार था। दोनों मेहमानों का काफिला जैसे ही गमलों से सजे रास्तों से गुजरा, उसके बाद ही फूलों लूटने की होड़ मच गई। जिसे जहां मौका मिला, गमले लेकर फुर्र हो गया। कुछ इलाकों में नगर निगम के कर्मचारियों ने गमला लूटने वालों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी एक नहीं चली। निगम वाले अपनी रंग-बिरंगी बगिया को समेटते, इससे पहले ही बड़ी संख्या में गमले लुट गए।
हैरत की बात यह है कि लाखों रुपये से खरीदे गए गमलों की नगर निगम के अफसरों को कोई परवाह नहीं है। निगम के उद्यान अधीक्षक केएस पांडेय के मुताबिक कई रातों से जगे होने के कारण कर्मचारी आराम कर रहे हैं। इसके चलते फिलहाल लूटे गए गमलों की गिनती नहीं हो सकी है। पांडेय ने बताया कि अतिथियों के स्वागत के लिए करीब पांच लाख से अधिक के रंग-बिरंगे फूल समेत गमले खरीदे गए थे। बुधवार को स्पष्ट होगा कि लालची बनारसियों ने नगर निगम के कितने गमले लूटे और कितनी धनराशि की चपत लगाई। सूत्रों का कहना है कि जिन नर्सरियों से फूल खरीदे गए थे, उनका अभी तक हिसाब नहीं हुआ है। इसके चलते फूलों की सही कीमत पता नहीं चल पाई है।
गमला चुराते वकील धराया
वाराणसी। अतिथियों के स्वागत के लिए सजाए गए गमलों की चोरी के मामले में कैंट थाना पुलिस ने सोमवार की रात एक कथित वकील को पकड़ा। बताया जाता है कि यह वकील मिंट हाउस के पास डिवाइडरों पर सजाए गए मनमोहक फूलों वाले गमले लेकर भाग रहा था। निगम के कर्मचारियों ने रंगेहाथ पकड़कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। होटल ताज गेटवे के सामने आकर्षक फूल सजे थे। इसी होटल में फ्रांस के ढेरों अतिथि ठहरे हुए थे। गमला चुराने वाले युवक से थाने में कड़ी पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और गलती के लिए माफी मांगी। बताया कि वह दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकील है। उसके पिता भी वहीं वकालत करते हैं। बताया जाता है कि सोर्स सिफारिश लगने पर कैंट थाना पुलिस ने गमला चोरी करने वाले वकील को छोड़ दिया और मामले को रफा-दफा कर दिया।
दस स्थानों पर बनाए गए थे सेल्फी प्वाइंट
वाराणसी। अतिथियों के स्वागत के लिए सिर्फ नगर निगम ही नहीं, वीडीए ने भी दिल खोलकर धन खर्च किया था। जिला उद्यान विभाग की मदद से उसने शहर में दस स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट बनवाया था। गोदौलिया, दशाश्वमेध, लहुराबीर, नदेसर, कचहरी, संत अतुलानंद चौराहा, अस्सी, डीरेका आदि स्थानों पर मनमोहक फूलों सेल्फी प्वाइंट बनवाए गए थे। अतिथियों के लौटते ही शरारती तत्वों इन सेल्फी प्वाइंटों का नामो-निशान मिटा दिया।