आपको कामयाब बनाएगा हमारा मिशन
जरूरत के अनुरूप न पत्रकार मिल पा रहे हैैं, न पुुुुस्तकें
समाज में सोशल मीडिया का प्रभुत्व बढ़ने से सूचनाओं की रफ्तार तूफानी हो गई है। मौजूदा सूचना युग में जन-संचार और पत्रकारिता का दायरा तेजी बढ़ता जा रहा है। पत्रकारिता पहले मिशन थी और अब प्रोफेशन बन गई है। मीडिया अब एक उद्योग की शक्ल अख्तियार कर चुका है। अखबार तो पहले से थे ही। न्यू मीडिया जर्नलिज्म के साथ खबरिया चैनलों का तेजी से विस्तार हो रहा है। इसके चलते देश में पत्रकारों की डिमांड बढ़ती जा रही है।
मानव संसाधन की पूर्ति के लिए देश के तमाम शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों ने पत्रकारिता और जन-संचार का पाठ्यक्रम शुरू कर दिया है। असल दिक्कत यह है कि हिन्दी पत्रकारिता और जन-संचार के अध्ययन के लिए ऐसी पुस्तकें हैं ही नहीं, जिसे पढ़कर छात्र बुनियादी और रोजगारपरक शिक्षा ग्रहण कर सकें। मीडिया में जिस तरह के पत्रकारों की जरूरत है, वैसे पाठ्यक्रम शायद ही कहीं संचालित किए जाते हों।
इसके चलते शिक्षण और प्रशिक्षण के बीच एक गहरी खाईं बनी हुई है। देश में अब पत्रकारिता और जनसंचार की डिग्री लेने वाले बेरोजगारों की बाढ़ आ गई है। पत्रकारिता की बुनियादी पढ़ाई और प्रशिक्षण के अभाव में इस क्षेत्र में करियर बनाने के आकांक्षी युवाओं का सपना टूटता जा रहा है। समाचार उद्योग की जरूरतों के अनुरूप न पत्रकार मिल पा रहे हैं और न ही कोई पाठ्य पुस्तक।
झुमरी तलैया एकेडमी ने युवाओं को मीडिया का बुनियादी प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। हमारी कोशिश है कि छात्रों और पाठकों को स्मार्ट जर्नलिज्म पर उत्कृष्ट एवं रोजगारपरक सामग्री मिले। उम्मीद है कि पत्रकारिता और जनसंचार शिक्षा में झुमरी तलैया एकेडमी की पहल मील का पत्थर साबित होगी।
छात्र समुदाय से आग्रह है कि jhumritalaiya.com को विजिट करें। अपने विचारों से हमें भी अवगत कराएं।
विजय विनीत
(पत्रकार-लेखक)
समाचार संपादक, जनसंदेश टाइम्स
वाराणसी (यूपी)