रिश्तों की बात : जिन्हें खो दिया, क्या वही आपकी सबसे बड़ी ब्लेसिंग थे…!

रिश्तों की बात : जिन्हें खो दिया, क्या वही आपकी सबसे बड़ी ब्लेसिंग थे…!

विजय विनीत

ज़िंदगी बड़ी अजीब है। हर दिन किसी न किसी से मिलाती है और किसी न किसी को हमसे छीन भी लेती है। भीड़ में अनगिनत चेहरे गुजरते हैं। कुछ मुस्कुराते हुए बस राह से निकल जाते हैं। कुछ अपने मतलब तक हमारे साथ चलते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं जो बिना कोई शब्द कहे हमारी रूह में उतर जाते हैं। उनका होना किसी रिश्ते का साधारण पड़ाव नहीं होता, बल्कि हमारी पूरी दुनिया की दिशा बदल देता है। वे हमारे जीवन में ऐसे आते हैं, जैसे कोई सुबह लंबे अंधेरे के बाद चुपचाप खिड़की से झांकती हो। वे हमें खुद से मिलवाते हैं। हमारी पहचान के भीतर छिपे उस हिस्से को जगाते हैं जो हम खुद नहीं जानते थे। ऐसे लोग हमारे लिए ईश्वर की सबसे सुंदर देन होते हैं।

कभी अपने आप से यह सवाल कीजिए-कौन है आपके जीवन में जिसने बिना किसी स्वार्थ के आपको समझा? कौन है जो आपकी आंखों की गहराई में छिपे दर्द को पहचान लेता था? जो आपकी हंसी के पीछे की थकान पढ़ लेता था जो आपकी खामोशी की आवाज़ सुन लेता था? शायद वो वही था, जो आपकी आत्मा का अधूरा हिस्सा बनकर आया था। कभी-कभी ऐसा लगता है कि कुछ रिश्ते इस जन्म के नहीं होते। वे सदियों पुराने अधूरे वादों का सिलसिला होते हैं जो किसी मोड़ पर आकर फिर से पूरा हो जाते हैं। जब ऐसे लोग हमारी ज़िंदगी में आते हैं तो लगता है जैसे कोई सुकून उतर आया हो जैसे अब डरने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि कोई है जो बिना बोले, बिना मांगे, बस दिल से साथ देता है।

ऐसे लोग हमारी जिंदगी में शब्दों की तरह नहीं, अर्थों की तरह उतरते हैं। उनकी मौजूदगी हर खामोशी को अर्थ देती है। वे हमारे भीतर के अंधेरे को पहचानते हैं और वहां एक दीया जला जाते हैं। हम उनसे झगड़ते हैं, रूठते हैं, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी हमें भीतर तक तोड़ देती है। उनका होना इतना गहरा होता है कि जब वे दूर चले जाते हैं तो जीवन चलता तो रहता है, लेकिन उसका एहसास, उसकी धड़कन, उसका रंग सब बदल जाता है। तब हर मुस्कान के पीछे एक उदासी छिप जाती है। हर खुशी के बीच एक खालीपन बस जाता है। मन और आत्मा के भीतर कहीं कोई कोना बार-बार पूछता है-क्यों जाने दिया उसे? क्यों नहीं रोका जब मौका था? क्या वह आज भी उतना ही ज़रूरी नहीं जितना तब था?

वक्त कुछ भी नहीं भूलता

कहते हैं वक्त सब कुछ ठीक कर देता है, लेकिन सच यह है कि वक्त कुछ भी नहीं भूलता। वह हमें सिर्फ जीने का तरीका सिखाता है। हम बस अपने टूटे हिस्सों के साथ जीना सीख लेते हैं। जिसने बिना मांगे हमारा साथ दिया। जिसने आपकी कमजोरी ताकत देखा, जिसने आपको ढेरों खामियों के साथ अपनाया, वे सिर्फ याद नहीं बनते। वे हमारी आत्मा का हिस्सा बन जाते हैं। उनके जाने के बाद भी वे हमारे भीतर सांस लेते हैं। हम हर दिन उन्हें मिस करते हैं, लेकिन शायद कहीं न कहीं वे भी हमें उतनी ही सच्चाई से याद करते हैं। कभी-कभी लगता है कि वे आज भी हमारे आसपास हैं। हवा के किसी झोंके में, किसी गीत की पंक्तियों में अथवा किसी शांत रात में। तब अचानक मन बेचैन हो उठता है।

कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिन्हें शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। वे इतने पवित्र और इतने गहरे होते हैं कि वक्त भी उन्हें तोड़ नहीं पाता। उनका जाना केवल शरीर का जाना नहीं होता है। हम चाहें तो भी वो नहीं जाते। वे हमारे भीतर उतनी ही मजबूती से जिंदा रहते हैं जितनी मजबूती से कभी हमारे साथ थे। हम उन्हें हर दिन महसूस करते हैं। कभी आईने में खुद को देखकर। कभी उसके डाट और गुस्से अथवा किसी बात पर मुस्कुराकर। कभी किसी अनजान क्षण में जब दिल अचानक भारी हो जाता है तो वही याद आता है, क्योंकि उनका नाम हमारी आत्मा में एक धड़कन की तरह बस जाती है।

कभी-कभी लगता है कि वह अब भी हमारी बात सुन रहे हैं। जब हम किसी कठिन मोड़ पर होते हैं, तो भीतर से कोई आवाज़ आती है, “डरो मत। आगे बढ़ो, तुम सब कुछ कर लोगे।” वो आवाज़ हमारी नहीं होती, वही होती है जिन्होंने हमें कभी टूटने नहीं दिया। वे चले गए हैं, लेकिन उनका विश्वास अब भी हमारे साथ है। वही भरोसा हमें आगे बढ़ाता है। वही प्रेरणा हमें थामे रखती है। यही सच्चे रिश्ते की पहचान होती है कि वो दूर होकर भी खत्म नहीं होता।

आखिर वो कौन था?

कभी सोचा है, जिन्हें आपने खो दिया, वो आपके जीवन की सबसे बड़ी ब्लेसिंग क्यों थे? शायद इसलिए कि उन्होंने आपको सच्चे प्यार का मतलब सिखाया। उन्होंने बताया कि बिना किसी अपेक्षा के भी कोई किसी के लिए जी सकता है। उन्होंने दिखाया कि किसी के जीवन में रहना सिर्फ साथ होना नहीं, बल्कि उसे समझना भी है। शायद इसलिए जब वे चले जाते हैं, तो हमारे भीतर कुछ टूट जाता है। उनके जाने के बाद भी वे हमें मजबूत बनाकर जाते हैं। उनकी यादें हमारे डर को हिम्मत में बदल देती हैं। उनकी बातें हमारी दिशा बन जाती हैं। वे चले जाते हैं, लेकिन हर कदम पर हमारे साथ रहते हैं।

कभी आईने में खुद को देखिए-जो आत्मविश्वास, जो मुस्कान, जो अपनापन आपमें है, वह शायद उसी का दिया हुआ है। वह शख्स अब भी आपके भीतर मौजूद है। जब आप किसी के लिए अच्छा करते हैं, किसी के लिए दुआ मांगते हैं तो दरअसल आप उनके ही असर में जी रहे होते हैं। वे आपकी सोच का हिस्सा बन गए हैं। उन्होंने आपकी आत्मा में जो प्रेम और विश्वास का बीज बोया, वह अब आपकी पहचान बन चुका है। यही कारण है कि वे दूर जाकर भी आपसे अलग नहीं हुए।

कुछ लोग हमारे जीवन से नहीं जाते, बस दिखना छोड़ देते हैं। वे हमारी हर सांस में बस जाते हैं। जब हम किसी को गले लगाते हैं, तो उनका सुकून महसूस होता है। जब हम किसी की मदद करते हैं तो उनकी दया का असर झलकता है। जब हम किसी मुश्किल वक्त में भी मुस्कुराते हैं तो उनकी सीख भीतर से हमें ताकत देती है। ऐसे लोग हमारी आत्मा में बसकर अमर हो जाते हैं।

हम अक्सर कहते हैं, सब ठीक है। पर सच्चाई यह है कि सब ठीक नहीं होता। हम बस अपने अधूरेपन के साथ जीना सीख लेते हैं। हम हर सुबह मुस्कुराते हैं। काम में लग जाते हैं, लेकिन रात की खामोशी में वही चेहरा, वही आवाज़, वही याद हमें घेर लेती है। यह अधूरापन हमें कमजोर नहीं करता, बल्कि हमें यह एहसास दिलाता है कि हमने कभी सच्चा रिश्ता जिया था। हमने किसी को इतनी सच्चाई से चाहा था कि उसकी गैरमौजूदगी भी आज हमारे भीतर रोशनी बनकर जल रही है।

प्रेम की परिभाषा देह नहीं, आत्मा

ईश्वर हर किसी के जीवन में कोई न कोई ऐसा इंसान जरूर भेजता है जो हमारे भीतर का आईना साफ कर दे। जो हमें हमारी असलियत दिखा दे। जो हमें खुद से बेहतर बना दे। वही व्यक्ति हमारी आत्मा का दर्पण होता है। उसका जाना दुखद होता है, लेकिन उसका असर अनंत होता है। वह हमें छोड़ता नहीं। बस हमें सिखा देता है कि प्रेम की परिभाषा देह से नहीं, आत्मा से जुड़ी होती है।

जब कभी रात के सन्नाटे में अचानक आंखें भर आती हैं… जब कोई पुराना गाना सुनकर दिल भीग जाता है… तो समझ लीजिए कि वह अब भी यहीं है। वह हवा में है…, आपकी धड़कनों में है…, आपके हर विचार में है। कुछ लोग सिर्फ जिंदगी में नहीं आते, वे जिंदगी बन जाते हैं। वे हमारी आत्मा में रच-बस जाते हैं और फिर कभी नहीं जाते।

आज जब आप चांद की तरह चमक रहे हैं…जब लोग आपकी तारीफ कर रहे हैं…, जब आप किसी मुकाम पर पहुंचे हैं तो एक पल के लिए ठहरिए और सोचिए-यह रोशनी किसने दी? कौन था जिसने आपको यकीन दिलाया कि आप बहुत कुछ कर सकते हैं? वही था, आपकी जिंदगी की सबसे बड़ी ब्लेसिंग। वही जो अब नहीं है, लेकिन हर पल आपके भीतर जीवित है।

कभी सोचा है, जिन्हें हमने खो दिया, वो वास्तव में हमें कभी छोड़ा ही नहीं। उन्होंने बस रूप बदला है। अब वे आपकी आत्मा में हैं। आपकी यादों में हैं और आपकी प्रार्थनाओं में हैं। वे हवा के झोंके में हैं। किसी ठंडी शाम की नमी में हैं और किसी पुराने गीत के दर्द में हैं। वे हमेशा यहीं थे, यहीं रहेंगे…।

तो अगली बार जब आप किसी अकेली रात में आकाश की ओर देखें और कोई तारा आपको झिलमिलाता दिखे, तो समझ लीजिए वो वही है, जो कह रहा है, “मैं यहीं हूं, हमेशा तुम्हारे साथ।”

कुछ लोग सिर्फ इसलिए नहीं आते कि हमेशा रहें। वे इसलिए आते हैं ताकि हमें यह सिखा जाए कि सच्चा रिश्ता क्या होता है। वे चले जाते हैं, लेकिन हमें हमेशा के लिए बदल जाते हैं। उनका जाना हमारे भीतर के इंसान को गहराई देता है। वे हमें सिखा जाते हैं कि प्रेम सिर्फ पाना नहीं, बल्कि किसी की आत्मा को समझना भी है।

शायद इसी एहसास के साथ जिंदगी अपनी रफ़्तार पकड़ लेती है। हम जीना नहीं छोड़ते, लेकिन जीने का मतलब बदल जाता है। हम खोए हुए लोगों को खोजते नहीं, बल्कि उनकी मौजूदगी को महसूस करते हैं। हम समझ जाते हैं कि जिन्हें हमने खो दिया, वे ही हमारे जीवन की सबसे बड़ी ब्लेसिंग थे, क्योंकि उन्होंने हमें प्रेम का अर्थ, जुदाई का सबक और आत्मा की गहराई दोनों सिखा दिए। जब यह बात समझ आ जाती है, तब दिल धीरे से मुस्कुरा उठता है… हां, जिन्हें हमने खो दिया, वही तो मेरी सबसे बड़ी ब्लेसिंग थे…।

(विजय विनीत बनारस के वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक हैं)

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