भारतीय फलों को चुनौती दे रहा चीन का ड्रैगन फ्रूट
नाम ही नहीं, शक्ल से भी नजर आता है ‘ड्रैगन’
विजय विनीत
मौसम के साथ दाम और रंग बदलने वाले भारतीय फलों को अब चीन का ड्रैगन फ्रूट निगलने लगा है। खासतौर पर बनारस में इस फल का चलन तेजी से बढ़ा है। वैवाहिक कार्यक्रम हों या हाईप्रोफाइल पार्टियां, ड्रैगन फ्रूट हर जगह अपना जलवा बिखेरने में लगा है। नाम से ही नहीं शक्ल से भी ड्रैगन जैसा नजर आने वाले इस की तमाम खूबियां हैं। ड्रैगन फ्रूट का रंगीन होता है। इसलिए इसे ‘एंटी एजिंग’ गुण का भंडार माना जाता है। इसलिए यह फल उच्च और मध्यम परिवारों की बीच तेजी से जगह बनाता जा रहा है।
हाईप्रोफाइल पार्टियों और तारांकित होटलों में जबर्दस्त डिमांड
वाराणसी में ड्रैगन फ्रूट दिल्ली और कलकत्ता से आता है। यह चीन का फल है। कटीले और झाड़ीनुमा पौध पर उगता है। मुनाफा कमाने के लिए देश के कुछ राज्यों किसान भी इसकी खेती करने लगे हैं। इसे गमले में भी उगाया जा सकता है। यूपी में अभी इसकी खेती शुरू नहीं हुई है। वाराणसी के प्रगतिशील बागवान शैलेंद्र सिंह रघुवंशी ने ट्रायल के तौर पर इसकी खेती शुरू कर दी है। वह बताते हैं, ‘उन्होंने पूना से पौध मंगाई थी। पौधों में अभी फल नहीं लगे हैं। ड्रैगन फ्रूट की खेती लाभकारी साबित हुई तभी वह इसकी खेती दूसरे किसानों को करने के लिए सलाह देंगे।वाराणसी के तारांकित होटलों में इस फल की जबर्दस्त डिमांड है। ड्रैगन फ्रूट पांच से सात सौ रुपये प्रति किलो के भाव से बाजार में बिकता है।’
‘एंटी एजिंग’ गुणों का खजाना है चीन का यह फल
उद्यान विभाग के उप निदेशक अनिल सिंह कहते हैं, ‘तमाम देशों में अलग-अलग नाम से जाना जाने वाला ड्रैगन फ्रूट चीन के अलावा मैक्सिको, सेंट्रल अमेरिका, कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया समेत कई देशों में पैदा होता है। कैक्टस की किस्म के पौधों से निकलने वाला फूल तीन हफ्तों में ड्रैगन फ्रूट की सूरत में तब्दील हो जाता है। यह रात को ही बढ़ता है, इसलिए इसके फूल को ‘क्वीन आफ द नाइट’ भी कहते हैं। अलग-अलग देशों में अलग-अलग नाम से प्रचलित इस कैक्टस का पेड़ 40 डिग्री तक के तापमान में भी खूब फलता-फूलता है। यह लाल, गुलाबी व पीले रंग का होता है। इसका वाइन बनाने में भी इस्तेमाल होता है। एक हेक्टेयर में यह 30 टन की पैदावार देता है। ’
शहर में विदेशी फलों की आपूर्ति करने वाले कमच्छा के मनोज कहते हैं कि पहले ड्रैगन फ्रूट को लोग कम जानते थे। अब इसके खरीदार बढ़ रहे हैं। रेट अधिक होने के कारण अभी हाई प्रोफाइल ग्राहक ही इसकी डिमांड करते हैं, लेकिन इसे देखने वाले ग्राहक इसके बारे में जानकारी जरूर लेते हैं। अभी इसकी सप्लाई दिल्ली से हो रही है। इसके ज्यादातर खरीदार सेब वाले हैं। ड्रैगन फ्रूट अब फ्रूट चाट में भी शामिल हो गया है।